पतंजलि और मॉस्को सरकार के बीच वेलनेस करार
योग-आयुर्वेद विस्तार पर रूस के साथ पतंजलि का बड़ा समझौता, समझौते का उद्देश्य रूस में योग प्रशिक्षण को बढ़ावा देना

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत की प्रमुख आयुर्वेद कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने शनिवार को मॉस्को सरकार के साथ एक महत्वपूर्ण वेलनेस करार पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य रूस में योग प्रशिक्षण को बढ़ावा देना, आधुनिक वेलनेस सेंटर स्थापित करना और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों तथा एंटी-एजिंग पर संयुक्त शोध को आगे बढ़ाना है। यह करार योग गुरु बाबा रामदेव और मॉस्को सरकार के मंत्री तथा भारत के साथ बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन सर्गेई चेरेमिन की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
पतंजलि रूस में भेजेगा योग प्रशिक्षक
समझौते के तहत पतंजलि रूस में योग प्रशिक्षकों, आयुर्वेद विशेषज्ञों और नेचुरोपैथी प्रोफेशनल्स को भेजेगा, जिससे वहां वेलनेस सेक्टर को नई दिशा मिलेगी। साथ ही संयुक्त शोध परियोजनाओं के माध्यम से लाइफस्टाइल डिजीज, तनाव, मोटापा और उम्र बढ़ने से जुड़ी समस्याओं पर वैज्ञानिक अध्ययन भी किए जाएंगे।
2030 तक 100 बिलियन डॉलर को व्यापारिक लक्ष्य
भारत और रूस के बीच 2030 तक 100 बिलियन डॉलर के व्यापारिक लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इसे एक अहम आर्थिक पहल के रूप में भी देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर योग और आयुर्वेद की बढ़ती मांग को देखते हुए यह साझेदारी दोनों देशों के लिए लाभकारी होगी।
देशी घी की गुणवत्ता को लेकर अदालत ने ठोका था जुर्माना
हालांकि, पतंजलि हाल ही में एक अदालत द्वारा निम्न गुणवत्ता वाले देसी घी के मामले में लगाए गए जुर्माने के चलते चर्चा में रहा है। कंपनी ने कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी और अपने उत्पादों को पूरी तरह सुरक्षित व मानकों के अनुरूप बताती है। रूस के साथ हुआ यह करार पतंजलि के वैश्विक विस्तार को नई गति देने की संभावनाओं के रूप में देखा जा रहा है।

