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स्मिता पाटिल की पुण्यतिथि: सशक्त सिनेमा की अमिट छाप

भारतीय सिनेमा की प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में से एक, स्मिता पाटिल की आज (13 दिसंबर) पुण्यतिथि है। महज 31 वर्ष की अल्पायु में 13 दिसंबर 1986 को प्रसूति संबंधी जटिलताओं के कारण उनका निधन हो गया था।

YBN Desk
स्मिता पाटिल की पुण्यतिथि: सशक्त सिनेमा की अमिट छाप
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मुंबई। भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में से एक, स्मिता पाटिल की आज (13 दिसंबर) पुण्यतिथि है। महज 31 वर्ष की अल्पायु में 13 दिसंबर 1986 को प्रसूति संबंधी जटिलताओं के कारण उनका निधन हो गया था। पुण्यतिथि के अवसर पर उनके बेटे प्रतीक बब्बर और पति राज बब्बर सहित फिल्म जगत के लोग उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सिनेमा प्रेमी आज भी उनकी प्रतिभा और कला के प्रति समर्पण को याद करते हैं।

प्रतिभा और कला के प्रति समर्पण

अपने मात्र एक दशक के करियर में स्मिता पाटिल ने कला और व्यावसायिक, दोनों तरह के सिनेमा में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने 'भूमिका' और 'चक्र' जैसी फिल्मों के लिए दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। वह एक सक्रिय नारीवादी भी थीं और उनके किरदार अक्सर मजबूत, स्वतंत्र महिलाओं को दर्शाते थे। उनकी प्रमुख फिल्में 'मंथन', 'अर्ध सत्य', 'बाज़ार' और 'मिर्च मसाला' आज भी भारतीय सिनेमा की बेहतरीन कृतियों में गिनी जाती हैं। 1985 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।

अभिनय की छाप

मालूम हो कि 'मंथन', 'भूमिका', 'गमन', 'चक्र', और 'बाजार' जैसी यादगार फिल्मों में काम कर भारतीय सिनेमा में अपने अभिनय की छाप छोड़ चुकी अभिनेत्री स्मिता पाटिल की पुण्य तिथि शनिवार को है। इस मौके पर अभिनेता जैकी श्रॉफ ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी। अभिनेता ने इंस्टाग्राम स्टोरीज सेक्शन पर स्मिता पाटिल की तस्वीर शेयर की, जिसके साथ उन्होंने लिखा, "अभिनेत्री स्मिता पाटिल की पुण्यतिथि पर हम उन्हें याद करते हैं। वह हमारे दिल में सदैव रहेंगी।"स्मिता अपने शानदार अभिनय के लिए जानी जाती थीं। अभिनय की दुनिया में कदम रखने से पहले अभिनेत्री एक न्यूज चैनल में बतौर एंकर कार्यरत थीं।

करियर की शुरुआत

अभिनेत्री ने अपने करियर की शुरुआत 1975 की फिल्म 'चरणदास चोर' से की थी। इसके बाद स्मिता ने कई फिल्मों में काम किया, जिसके लिए उन्हें साल 1985 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। 1982 में 'भीगी पलके' की शूटिंग के दौरान स्मिता और राज की मुलाकात हुई थी, जो बाद में प्यार में बदल गई। फिर कुछ सालों के बाद अभिनेत्री ने अभिनेता राज बब्बर के साथ शादी की थी। हालांकि, प्रेगनेंसी कॉम्प्लिकेशन के कारण उन्होंने 13 दिसंबर 1986 को दुनिया को अलविदा कह दिया।

मरने के बाद सुहागन

कहा जाता है कि स्मिता चाहती थी कि मरने के बाद उन्हें सुहागन की तरह सजाया जाए। अभिनेत्री के मेकअप आर्टिस्ट ने उनके निधन के बाद दुख जाहिर करते हुए कहा था, "जब उनका निधन हुआ था, तब उनकी मां ने मुझे मेकअप किट दी और मुझसे कहा कि ये उनकी इच्छा थी कि वह सुहागन के रूप में जाएं। मैं रोने लगा और उनका मेकअप किया। मैंने उनका अंतिम मेकअप किया था और उन्हें दुल्हन की तरह सजाया था।"

अभिनेता जैकी श्रॉफ की बात करें, तो वे जल्द ही फिल्म 'तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी' में नजर आएंगे। फिल्म में जैकी के अलावा, नीना गुप्ता, कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।


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