Action : पुलिस के एक्शन के बाद पेंठ बाजार बंद, मची अफरा-तफरी
शहर के बीचों-बीच गंदे नाले के ऊपर पिछले करीब पांच वर्षों से लग रहे अवैध पैठ बाजार को आखिरकार नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बंद करा दिया गया।

ग़ाज़ियाबाद,वाईबीएन रिपोर्टर
शहर के बीच-समुद्र तट पर पिछले करीब पांच वर्षों से अवैध पथ बाजार को आखिरकार नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बंद कर दिया गया है। यह कार्रवाई नगर निगम के जोन अधिकारी और एसीपी नागपुर के नेतृत्व में की गई, जिसमें पुलिस बल और निगम की प्रवर्तन टीम भी शामिल थी। परमाणु ऊर्जा निगम की टीम ने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर अवैध रूप से ठेले, आस्थाई डिपो और टुकड़ा हटवाए की स्थापना की।
आदिवासियों ने किया था विरोध
ऐसा बताया जा रहा है कि यह अवैध बाजार हर सप्ताह के समुद्री शैवालों के ऊपर और आसपास लगाया जाता था, जिससे कोई भी केवल यातायात व्यवस्था प्रभावित नहीं हो रही थी, बल्कि गंदगी, दुर्गंध और साइंटिफिक का खतरा भी बना हुआ था। स्थानीय आदिवासियों से लंबे समय से इसकी शिकायत नगर निगम और पुलिस प्रशासन से की जा रही थी। आरोप था कि इस अवैध बाजार के आस-पास स्थायी स्थिर व्यवसाय प्रभावित हो रहा था और सार्वजनिक स्थान पर अचल संपत्ति की स्थिति बनी हुई थी। हाल ही में क्षेत्र के निर्धारण ने कोलोराडो स्टेशन में धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद एडमिनिस्ट्रेशन एक्शन मूड में आया और संयुक्त योजना में एक्शन की शुरुआत हुई। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह बाजार पूरी तरह से अवैध है और भविष्य में इसे किसी भी हाल में पेश नहीं किया जाएगा।
पुलिस बल का हुआ प्रयोग
कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने बाजार प्रतियों के खिलाफ कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फिल्म मूवी या किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से बाजार में उपयोग किया गया है, तो उन पर जुर्माना, जब्ती और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस को नियमित निगरानी के निर्देश दिए गए हैं, ताकि अवैध अपराध पर तुरंत रोक लगाई जा सके। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि शहर को सफाई मुक्त करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। झील नालों पर अवैध व्यवसाय केवल प्रमाणित के खिलाफ हैं, बल्कि इससे जल-विस्तार बाधित होता है और बारिश के मौसम में गिरावट की समस्या और गंभीर हो जाती है। प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी अवैध व्यवस्था को बढ़ावा न दें और ऐसी किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत नगर निगम या पुलिस को दें।


