शिक्षा है शेरनी का दूध, जो पियेगा वो दहाड़ेगा : रागिनी सोनकर बोलीं- आधी आबादी का शिक्षित होना जरूरी
समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने कहा कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो पीएगा, वही दहाड़ेगा। उन्होंने सावित्रीबाई फुले और माता रमाबाई के संघर्षों का जिक्र करते हुए आधी आबादी को शिक्षा के प्रति जागरुक होने की अपील की।
कन सेवा समिति की ओर से आयोजित समारोह में सपा विधायक रागिनी सोनकर Photograph: (YBN)कन सेवा समिति ने मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी के मछलीशहर विधानसभा क्षेत्र की समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर (Ragini Sonkar) ने कहा कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो पीएगा, वही दहाड़ेगा। उन्होंने सावित्रीबाई फुले और माता रमाबाई के संघर्षों का जिक्र करते हुए आधी आबादी को शिक्षा के प्रति जागरुक होने की अपील की। रागिनी रविवार को लखनऊ में कन सेवा समिति की ओर से सहकारिता भवन में आयोजित प्रतिभा सम्मान व सामाजिक उत्थान समारोह में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि समाज के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं, जरूरत है सुविधाओं, अवसरों और सती मार्गदर्शन की। उन्होंने युवाओं को कौशल विकास, आत्मनिर्भरता और समाज के अपलिस्टमेंट में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
अंधविश्वास से दूर रहकर पढ़ाई पर जोर
उप्र दिव्यांगजन उपायुक्त शैलेन्द्र सोनकर ने शिक्षा और जागरुकता ही सामाजिक समानता और न्याय की नींव है। इसे हर घर तक पहुंचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। वैज्ञानिक डॉ आरके सोनकर ने कहा कि आधुनिक शिक्षा ही समाज को सही दिशा दे सकती है। उन्होंने बच्चों को अंधविश्वास और पाखंड से दूर रहकर शिक्षा की तरफ बढ़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टाइम मैनेजमेंट के साथ छात्र पढ़ाई करें तो अपने लक्ष्य को जरूर हासिल करेंगे। अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि बच्चों को टीवी और मोबाइल के साथ सोशल साइट्स से भी यथासंभव दूरी बनाकर रखें।
100 मेधावी छात्र-छात्राएं सम्मानित
समिति के अध्यक्ष राकेश कुमार सोनकर ने कहा कि हमारी आज की उपलब्धियां महापुरुषों विशेषकर बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के संघर्षों का प्रतिफल हैं। हम उनके ऋणी हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे केवल स्वयं आगे न बढ़ें, बल्कि पूरे समाज को साथ लेकर आगे बढ़ने का संकल्प लें। कार्यक्रम में 100 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। समिति ने समाज के 50 आर्थिक रूप से कमजोर, सिंगल-पैरंट व अनाथ बच्चों को 10 हजार रुपये प्रति छात्र आर्थिक सहायता प्रदान की।
कोच और खिलाड़ी सम्मानित
समाज के 35 वरिष्ठ समाजसेवियों, अधिकारियों, शिक्षकों, व्यापारियों और कार्यकर्ताओं और खेल क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले धर्मेंद्र सोनकर (हॉकी कोच), अरविंद सोनकर (टेनिस कोच), श्रद्धा सोनकर (फुटबॉल कोच) एवं सुधांशु सोनकर (क्रिकेट प्लेयर) को भी सम्मानित किया गया। विभिन्न जिलों से आए छात्र-छात्राओं ने बहुजन महापुरुषों की विचारधारा पर आधारित सांस्कृतिक लोकगीत, नाटक व प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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