Noida में दो बड़े साइबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
कॉल सेंटर के जरिए फर्जी जॉब ऑफर देकर करते थे साइबर फ्रॉड, ऑनलाइन बेटिंग और गेमिंग एप्स को प्रमोट कर लगाते थे भोले भाले लोगों को चूना।

नोएडा, वाईबीएन डेस्क। फेज-1 थाना क्षेत्र में साइबर ठगी के दो अलग-अलग मामलों में नोएडा पुलिस ने तीन शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पहला मामला कॉल सेंटर के जरिए फर्जी जॉब ऑफर देकर बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये ठगने का है, जबकि दूसरा मामला ऑनलाइन बेटिंग और गेमिंग ऐप्स को प्रमोट कर लोगों को ठगने से जुड़ा है। पुलिस ने मंगलवार को इन दोनों मामलों का खुलासा किया।
फर्जी कॉल सेंटर चलाता था 23 वर्षीय विशाल कुमार
पुलिस के अनुसार, सोमवार को 23 वर्षीय विशाल कुमार को गिरफ्तार किया गया। उस पर आरोप है कि वह एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था, जहां बेरोजगार युवाओं को मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4,000 से 25,000 रुपये तक की ‘रजिस्ट्रेशन फीस’ वसूलता था। आरोपी और उसकी टीम फर्जी ईमेल आईडी बनाकर नामी कंपनियों के नाम पर जाली ऑफर लेटर जारी करते थे। पीड़ितों से पैसे विभिन्न फर्जी बैंक खातों में जमा कराए जाते थे।
सात महिलाएं भी हैं रैकेट में शामिल
छापे के दौरान पुलिस को आरोपी के पास से एक लैपटॉप, तीन चेकबुक, तीन पासबुक, 19 डेबिट कार्ड, 29 सिम कार्ड और 30 मोबाइल फोन बरामद हुए। ADCP साइबर क्राइम शव्य गोयल ने बताया कि आरोपी के साथ सात महिलाएँ भी काम कर रही थीं, जिन्हें फिलहाल नोटिस देकर जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है। शव्य गोयल के मुताबिक, यह गिरोह लोगों को कॉल कर यह भी कहता था कि उनके अकाउंट में कुछ कंपनी भुगतान आने वाले हैं और उन्हें आगे ट्रांसफर करना होगा, जिसके बहाने से वे असली खातों का इस्तेमाल ठगी की रकम घुमाने में करते थे। मामले में बीएनएस की विभिन्न धाराओं और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
गेमिंग एप्स के जरिए ऐसे करते थे बड़ा खेल
दूसरे मामले में, मंगलवार को पुलिस ने दिल्ली निवासी दो आरोपियों ( 33 वर्षीय सचिन गोस्वामी (33) और 22 वर्षीय कुनाल गोस्वामी ) को सेक्टर-2 से गिरफ्तार किया। यह दोनों एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे, जहां ₹300–₹500 की रजिस्ट्रेशन फीस लेकर लोगों को ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग ऐप्स के जरिए ठगते थे। शुरुआत में छोटे मुनाफे देकर भरोसा जीतते और फिर बड़े निवेश के बाद रकम गायब कर देते थे। दोनों मामलों में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।


