Noida: अमेरिकी नागरिकों से साइबर ठगी का मामला, CBI को हाथ लगे अहम सुराग
अमेरिकी नागरिकों से साइबर ठगी के आरोप में गिरफ्तार 6 आरोपियों से CBI को मिले बड़े सुराग, VOIP, ईमेल और डिवाइस बरामद कर अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग नेटवर्क की जांच।

नोएडा, वाईबीएन डेस्क। अमेरिकी नागरिकों को साइबर ठगी का शिकार बनाने के आरोप में गिरफ्तार छह शातिरों सीबीआई ने बड़े अहम सुराग हासिल किए हैं। सीबीआई आरोपियों से पूछताछ के बाद अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठग गैंग का पर्दाफाश करने में जुटी है। बता दें कि नोएडा से सीबीआई ने शुभम सिंह उर्फ डोमनिक, माइकल, जॉर्ज टी जामलियनलाल, एल. सेइमिनलन, मंगखोलुन और रॉबर्ट थांगखान्खुआल उर्फ डेविड को गिरफ्तार किया था।
कैसे देते थे साइबर ठगी को अंजाम
सीबीआई जांच में सामने आया है कि आरोपी अमेरिकी नागरिकों के सोशल सिक्योरिटी नंबर का दुरुपयोग करते थे। उसके बाद आरोपी अमेरिकी नागरिकों को कॉल करके उनके नंबर का मनी लॉड्रिंग या फिर ड्रग्स डिलीवरी में प्रयोग होने की बात कहकर धमकाते थे। सीबीआई ने अभियुक्तों के कब्ते से 12 वीओआईपी, 12 इमेल और 34 डिवाइस बरामद की थीं। यह बरामदगी आरोपियों को सजा दिलाने और उनके अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अहम मानी जा रही है।
इन अमेरिकी नागरिकों को बनाया था ठगी का शिकार
सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक शातिरों ने अमेरिका के मैरीलैंड में रहने वाली हांग ली, लिसा येन और जर्मन टाउन में रहने वाले सहदेव कोइराला को उनके सोशल सिक्योरिटी नंबर का दुरुपयोग होने के नाम पर धमकाकर अलग- अलग समय पर साइबर ठगी का शिकार बनाया था। ऐसा आरोपियों ने ड्रग्स डिलीवरी और मनी लॉड्रिंग के फेक संदेश भेजकर किया था।
साइबर ठगों के नेटवर्क की पूरी कुंडली हासिल करेगी सीबीआई
सीबीआई ने अपनी जांच में इनके आईपी एड्रेस, गूगल अकाउंट और बरामद डिवाइस की मैक आईडी व आईएमईआई नंबर को शामिल किया है। सीबीआई बरामद डिवाइस को प्रयोगशाला भेजकर कुछ और अहम जानकारियों हासिल करने के प्रयास में जुटी है ताकि साइबर ठगों के नेटवर्क की पूरी कुंडली हासिल की जा सके।

