बच्चों के विवाद की रंजिश में ग्राम प्रधान को मारी गोली, पांच लोगों के खिलाफ FIR
शाहजहांपुर में जरियनपुर के प्रधान देवेंद्र यादव को बच्चों के विवाद मेें पहले मुकदमा और अब गोली खानी पडी। उनके भाई की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में गांव के ही तीन नामजद समेत दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस जांच में जुटी है। ---
ग्राम प्रधान देवेंद्र यादव Photograph: (इंटरनेट मीडिया)शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः शाहजहांपुर के जरियनपुर के ग्राम प्रधान देवेंद्र यादव को बच्चों के विवाद की रंजिश में गोली मारी गई। घटना गुरुवार रात की है। जानलेवा हमले की घटना में पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। घायल प्रधान का इलाज बरेली में चल रहा है। पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।
दरअसल ग्राम प्रधान देवेंद्र यादव जरीयनपुर स्थित अपने होटल को बंद कर बाइक से गांव तारापुर लौट रहे थे। रास्ते में पीछे से किसी ने उन पर गोली चलाई, जो सीधे उनके सिर में लगी। गोली की दूरी अधिक होने के कारण वह हड्डी में फंस गई।
गोली लगने के बाद किसी तरह देवेंद्र यादव अपने घर पहुंचे। परिजनों ने तुरंत उन्हें संतनपाल सिंह मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां से उन्हें सीएचसी भेज दिया गया। हालत गंभीर होती देख सीएचसी से उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर रेफर किया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बरेली भेज दिया गया, जहां उपचार जारी है।
छोटे भाई ने दर्ज कराई FIR
घटना में ग्राम प्रधान के छोटे भाई सत्यपाल सिंह यादव ने गांव के अतर सिंह, उनके बेटे परमानंद, अतुल तथा दो अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने प्रधान को रास्ते में घेरकर गाली-गलौज की और सिर में गोली मार दी। परिजनों ने बताया कि कुछ समय पूर्व अतर सिंह के परिवार के बच्चों से विवाद हो गया था। मामले में मारपीट व मुकदमा भी दर्ज हुआ था। रंजिशन आरोपितों ने ग्राम प्रधान देवेंद्र यादव को गोली मार दी।
पुलिस की जांच जारी, कुछ लोगों से पूछताछ
थानाध्यक्ष सोनी शुक्ला के अनुसार तहरीर के आधार पर हत्या के प्रयास की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने घटनास्थल और गांव में कई लोगों से पूछताछ की है। टीम आरोपितों की तलाश में दबिश दे रही है।
छह बार प्रधान रह चुका है उनका परिवार
देवेंद्र यादव सम्मानित परिवार से हैं। उनके परिवार में लगातार छह बार से प्रधानी का पद रहा है। उनसे पहले उनके भाई वीरेंद्र पाल सिंह यादव प्रधान रहे और एक बार उनकी भाभी सुशीला यादव भी प्रधान रह चुकी हैं। परिवार ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।
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