पटना में प्रशासनिक हलचल तेज, बिहार सरकार ने 36 IAS अफसरों के तबादले कर बदला प्रशासनिक समीकरण
बिहार सरकार ने देर शाम 36 आईएएस अधिकारियों का बड़ा तबादला कर प्रशासनिक ढांचे में बड़ी सर्जरी कर दी। कई वरिष्ठ अधिकारियों को अहम विभागों में नई जिम्मेदारी मिली। जानें पूरी खबर।

पटना, स्टेट ब्यूरो. बिहार सरकार ने शुक्रवार को 36 आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में व्यापक बदलाव कर दिया। इस फेरबदल को सिर्फ नियमित पोस्टिंग शफल नहीं माना जा रहा, बल्कि इसे सरकार की आने वाली नीति प्राथमिकताओं और विकास एजेंडा को तेज करने वाली रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है।
सबसे अहम बदलाव बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के परियोजना निदेशक और 2001 बैच के आईएएस अधिकारी मयंक वरवड़े के रूप में देखा जा रहा है। वरवड़े को योजना एवं विकास विभाग का सचिव बनाया गया है। उनके पास सामान्य प्रशासन विभाग में जांच आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा।
इसके साथ ही बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक को एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। वे अब बिहार राज्य फल एवं सब्जी विकास निगम का भी अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे। हालांकि सरकार ने उन्हें पथ निर्माण विभाग में विशेष सचिव के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया है।
पोस्टिंग की इस सूची में 2013 बैच के अधिकारी धर्मेंद्र कुमार भी सुर्खियों में रहे। सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थापन की प्रतीक्षा कर रहे धर्मेंद्र कुमार को सामाजिक सुरक्षा निदेशक नियुक्त किया गया है। सामाजिक सुरक्षा विभाग का दायरा काफी बड़ा है, जिसमें वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग सहायता, महिला कल्याण और विभिन्न सामाजिक वंचित वर्गों से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं।
इसी बैच के अधिकारी उपेंद्र प्रसाद को सामान्य प्रशासन विभाग से हटाकर श्रम संसाधन और प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग में अपर सचिव बनाया गया है। कोरोना काल से लेकर वर्तमान तक प्रवासी श्रमिक मुद्दा बिहार के प्रशासन के केंद्र में रहा है।
वहीं समाज कल्याण विभाग में अपर सचिव रहे नवीन कुमार सिंह को पंचायती राज विभाग का निदेशक बनाया गया है। ग्रामीण प्रशासन, पंचायत स्तर की योजनाएं और गांवों में बुनियादी विकास के कार्य इस विभाग की प्रमुख जिम्मेदारी होते हैं।









