बिहार की सियासत में गरमाया आरोपों का दौर, नीतीश सरकार पर RJD का तीखा हमला, वोट खरीद से लेकर सरकारी दुरुपयोग तक सवाल
राजद ने नीतीश कुमार सरकार पर वोट खरीद और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। सोशल मीडिया पोस्ट से बिहार की राजनीति में मचा हड़कंप।

बिहार की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए लोकतंत्र को कमजोर करने का गंभीर आरोप लगाया है। राजद ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और दावा किया है कि सत्ता बचाने और हासिल करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है।
राजद का कहना है कि बिहार में एनडीए नेताओं और अधिकारियों की जल्दबाजी इतनी अधिक थी कि कथित तौर पर वोटरों को प्रभावित करने की प्रक्रिया में भारी अव्यवस्था सामने आ गई। पार्टी के अनुसार एक सरकारी योजना के तहत महिलाओं के खातों में 10 हजार रुपये भेजे जाने थे, लेकिन प्रशासनिक गड़बड़ी और घबराहट के कारण यह राशि महिलाओं की बजाय पुरुषों के खातों में ट्रांसफर हो गई। इस दावे के जरिए राजद ने सरकार की तैयारी और मंशा दोनों पर सवाल खड़े किए हैं।
राजद ने अपने बयान में तंज कसते हुए कहा है कि अब जिन पुरुषों के खातों में पैसे चले गए हैं, उनसे रकम वापस लेने के लिए कथित तौर पर “लव लेटर” लिखे जा रहे हैं। पार्टी ने इस पूरे घटनाक्रम को हास्यास्पद और चिंताजनक बताते हुए कहा कि राज्य में भुखमरी, महंगाई, बेरोजगारी और पलायन जैसी समस्याएं चरम पर हैं। ऐसे हालात में जिन खातों में पैसे डाले गए होंगे, उनके तुरंत खर्च हो जाने की पूरी संभावना है।
राजद का दावा है कि इस स्थिति में कोई भी व्यक्ति इस राशि को कर्ज की तरह वापस करने के लिए तैयार नहीं होगा। पार्टी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर सरकार वास्तव में नैतिकता की बात करती है, तो पहले जनता से उनका वोट वापस करे।


