Cyber Crime: गुजरात में ₹710 करोड़ के साइबर फ्रॉड का खुलासा, बड़ा रैकेट ध्वस्त
फर्जी निवेश योजनाओं का चल रहा था खेल, गुजरात स्टेट साइबर क्राइम सेल ने गैंग में शामिल बैंक कर्मी भी किया गिरफ्तार

गांधीनगर, वाईबीएन न्यूज। गुजरात पुलिस ने हाल के वर्षों की सबसे बड़ी साइबर धोखाधड़ी को उजागर करते हुए ₹710 करोड़ के मेगा साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ किया है। स्टेट साइबर क्राइम सेल ने एक संगठित और बहु-स्तरीय ठगी नेटवर्क को तोड़ते हुए कई मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें बैंक के अंदरूनी कर्मचारी भी शामिल हैं। यह रैकेट फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म, हाई-रिटर्न स्कीम और डिजिटल म्यूल अकाउंट्स की मदद से देशभर के लोगों से बड़ी रकम ठग रहा था।
जानें कैसे हुआ इतने बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा
स्टेट साइबर सेल गांधीनगर के एसपी राजदीप सिंह जाला ने पीटीआई से बात करते हुए बताया कि बीते कुछ हफ्तों में चलाए गए अभियान में इस बड़े गिरोह की परतें खुलकर सामने आईं। जांच में पता चला कि बैंक के कुछ कर्मचारियों ने 100 से अधिक फर्जी अकाउंट खुलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनके जरिए ठगी का पैसा कई देशों में सर्कुलेट किया जा रहा था। साइबर सेल ने ऐसे कई डिजिटल वॉलेट, मोबाइल नंबर, सर्वर एक्सेस और फर्जी वेबसाइटों को भी ट्रेस किया है, जिनका उपयोग निवेशकों को झांसा देने के लिए किया जाता था।
एसपी राजदीप सिंह जाला ने क्या कहा? वीडियो में देखें
हाई रिटर्न देने वाली योजनाओं से सावधान रहेंः एसपी जाला
एसपी जाला ने बताया कि गुजरात की साइबर जांच टीमें अन्य राज्यों की एजेंसियों के साथ मिलकर राष्ट्रव्यापी जांच को मजबूत कर रही हैं, क्योंकि मामला कई राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे हाई रिटर्न का लालच देने वाली किसी भी ऑनलाइन निवेश योजना से सावधान रहें और संदिग्ध ऑफर की तुरंत रिपोर्ट करें। जांच अधिकारियों का मानना है कि यह रैकेट आने वाले समय में और बड़ा रूप ले सकता है, इसलिए ठगी के सभी डिजिटल ट्रेल, विदेशी लिंक और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क की गहराई से जांच की जा रही है। गुजरात पुलिस ने इसे साइबर अपराधों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया है।


