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Delhi में जहरीली ‌हुई हवा, फिर 400 के करीब पहुंचा AQI, सांसों पर संकट

आनंद विहार समेत कई इलाके ‘सीवियर’ कैटेगरी में पहुंचे, कई इलाकों में स्मॉग की गहरी परत ने दृश्यता को प्रभावित किया है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।

Delhi में जहरीली ‌हुई हवा, फिर 400 के करीब पहुंचा AQI, सांसों पर संकट
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार सुबह एक बार फिर बिगड़ गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार सुबह करीब 8 बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 393 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। दिल्ली के आनंद विहार समेत कई इलाके “सीवियर” कैटेगरी में हैं। इससे पहले शुक्रवार को भी राजधानी में हवा की हालत खराब बनी रही। 12 दिसंबर को शाम करीब 4 बजे AQI 349 दर्ज किया गया था। दिल्ली के कई हिस्सों में जहरीली स्मॉग की घनी परत छाई रही, जिससे दृश्यता कम हो गई और लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।

इन इलाकों में एक्यूआई 400 पार पहुंचा

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आनंद विहार में AQI 436 दर्ज किया गया, जो ‘सीवियर’ श्रेणी में रहा। इसके अलावा अशोक विहार (435), आईटीओ (425), डीटीयू (426) और नेहरू नगर (427) में भी वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंच गई। वहीं, नजफगढ़ में AQI 312 और शादिपुर में 375 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। ओखला फेज-2 और द्वारका सेक्टर-8 में AQI क्रमशः 400 और 394 रिकॉर्ड किया गया।AQI मानकों के अनुसार 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बेहद खराब’ और 401-500 ‘सीवियर’ श्रेणी में आता है।

सीएम रेखा गुप्ता बोलीं- काम कर रही सरकार

इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार कई स्तरों पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि धूल प्रदूषण को खत्म करना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके लिए दिल्ली में तेज़ी से ‘वॉल-टू-वॉल’ सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।

“आम जनता की भागीदारी भी जरूरी”

मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अनुसार, रेखा गुप्ता ने कहा कि सड़क निर्माण में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए विधायकों को करोड़ों रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। सीएम रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया कि प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सरकार के साथ-साथ आम जनता की भागीदारी भी बेहद जरूरी है। उड़ती धूल दिल्ली में प्रदूषण का बड़ा कारण है और वॉल-टू-वॉल सड़कें इसके दीर्घकालिक समाधान में अहम भूमिका निभा सकती हैं।


Dhiraj Dhillon

Dhiraj Dhillon

धीरज ढिल्लों दो दशकों से अधिक समय से हिंदी पत्रकारिता में सक्रिय हैं। उन्होंने अपने करियर के दौरान दैनिक हिंदुस्तान और अमर उजाला जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में नोएडा और गाजियाबाद क्षेत्र में गहन रिपोर्टिंग की है। प्रिंट मीडिया के साथ-साथ, उन्होंने डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी काम किया है। उनकी लेखनी में निष्पक्षता, तथ्यपरकता और गहरी विश्लेषण क्षमता स्पष्ट रूप से झलकती है। समसामयिक विषयों के साथ-साथ स्वास्थ्य, जीवनशैली, विकास संबंधी मुद्दों और राजनीति में उनकी गहरी रुचि रही है। उन्होंने पांच वर्षों तक Centre for Advocacy & Research (CFAR) के साथ मिलकर सार्वजनिक स्वास्थ्य संचार कार्य किया है।

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