यूपी में ‘बुलडोजर क्रांति’ की कहानी: क्या अपराध का कॉकटेल टूटा?
क्या यूपी में बुलडोजर क्रांति 15000+ एनकाउंटर, 3000 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई है? क्या योगी मॉडल ने अपराध का कॉकटेल तोड़ा?
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । कभी माफियाओं के आतंक से थर्राने वाला उत्तर प्रदेश आज 'सुरक्षित भारत' का प्रतीक बन गया है। 2017 से शुरू हुए इस 'योगी मॉडल' ने 15000+ एनकाउंटर और 3000 करोड़ की संपत्ति जब्त करके अपराध की कमर तोड़ दी है। यंग भारत न्यूज का यह एक्सप्लैनर आपको डेटा, कहानियों और फैक्ट्स के साथ बताएगा कि क्या यह बदलाव महज एक सियासी दावा है, या फिर महिलाओं की सुरक्षा और गरीबों के हक में रची गई एक अभूतपूर्व क्रांति?
एनकाउंटर की गूंज जब ‘ठोक दो’ पॉलिसी बनी कानून
यूपी की गलियों में एक नया डर पैदा हुआ है- अपराधियों का डर। कल्पना कीजिए रात के अंधेरे में एक अपराधी भाग रहा है, और पुलिस की गोली उसे रोक लेती है। यह कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि यूपी पुलिस की 'ठोक दो' पॉलिसी का असर है।
योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद, अपराध और राजनीति का वह पुराना 'कॉकटेल' टूटने लगा, जिसने राज्य को दशकों तक बंधक बनाए रखा था। यह एक सीधा संदेश था या तो अपराध छोड़ो, या फिर अंजाम भुगतो।
आंकड़े जो कहानी कहते हैं। सरकारी डेटा, जिसे 'द हिंदू' ने 14 अक्टूबर 2025 को प्रकाशित किया, बताता है कि यह बदलाव कितना गहरा है। कुल एनकाउंटर 2017- 15726, मारे गए अपराधी 256, गिरफ्तार अपराधी 31960, घायल अपराधी 10324 यह महज संख्या नहीं, बल्कि अपराध-मुक्त समाज की ओर बढ़ते कदम हैं। 'ठोक दो' नीति का सीधा असर था कि राज्य में अपराध दर 85 परसेंट तक घट गई है।
सर्वाधिक एनकाउंटर वाले जोन कौन है आगे? क्या यह कार्रवाई पूरे राज्य में एक जैसी थी?
डेटा कहता है नहीं। कुछ जोन और जिलों ने इस अभियान की अगुवाई की।
जोन/जिला | कुल एनकाउंटर | मारे गए अपराधी | सोर्स रिपोर्ट |
मेरठ जोन | 4453 | 85 | NDTV, 14 अप्रैल 2023 |
वाराणसी जोन | 1108 | 27 | The Hindu, 14 अक्टूबर 2025 |
जिला सहारनपुर | 900+ | - | OpIndia, 31 मार्च 2025 |
जिला गोरखपुर | 600 | - | OpIndia, 31 मार्च 2025 |
यह ज़ाहिर करता है कि पश्चिमी यूपी मेरठ और पूर्वी यूपी वाराणसी, गोरखपुर में माफिया तंत्र को तोड़ने पर खास ज़ोर दिया गया। पर सवाल वही है क्या यह न्याय है या अतिरिक्त-न्यायिक हत्या?विपक्ष, ख़ासकर समाजवादी पार्टी, इन एनकाउंटरों को 'फर्जी एनकाउंटर' कहकर इसे 'तानाशाही' बताती है। लेकिन जब अपराध दर में भारी गिरावट आती है, तो जनता की आवाज़ सुरक्षा के पक्ष में खड़ी हो जाती है।
यह एक ऐसी चुनौती है जिसका सामना हर उस सरकार को करना पड़ता है जो 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाती है।
बुलडोजर बाबा का मॉडल जहां जमीन बोलती है 'बुलडोजर बाबा'—यह नाम अब सिर्फ एक उपनाम नहीं, बल्कि माफियाओं के लिए एक चेतावनी बन चुका है। योगी जी का मॉडल स्पष्ट है अपराधी की संपत्ति जब्त करो, बिना देरी किए यह सिर्फ बदला नहीं, बल्कि आर्थिक चोट है। जब अपराधी की अवैध कमाई और साम्राज्य पर बुलडोजर चलता है, तो उसकी ताकत जड़ से हिल जाती है।
संपत्ति जब्ती के चौंकाने वाले फैक्ट्स
हिंदुस्तान टाइम्स की 20 मार्च 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, इस मॉडल ने ज़मीन पर क्रांति ला दी है। जब्त की गई जमीन 64000 एकड़, जब्त संपत्ति का अनुमानित मूल्य 3000 करोड़। यह जमीन अब गरीबों, किसानों और सरकारी कार्यों के लिए वापस ली जा रही है। प्रयागराज हाईकोर्ट ने इस कार्रवाई को वैध ठहराया है, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने नियमों का पालन करने की चेतावनी दी।
यह मॉडल अब केवल यूपी तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी कानून-व्यवस्था का एक केस स्टडी बन गया है।
राशन कार्ड घोटाला गरीबों को मिला उनका हक
क्या आपको याद है, वह दौर जब राशन की लाइन में खड़े गरीब को खाली हाथ लौटना पड़ता था? अरबों का अनाज फर्जी राशन कार्डों पर अमीरों तक पहुंच जाता था। यह घोटाला सिर्फ पैसों का नहीं, बल्कि गरीबों के हक पर डाका था। सबरंगइंडिया की 27 जुलाई 2022 की रिपोर्ट बताती है कि इस सरकार ने 58 करोड़ फर्जी राशन कार्ड निरस्त किए। नतीजा वास्तविक ज़रूरतमंदों को अब उनका वाजिब हक मिल रहा है। ट्विस्ट यह एक ऐसा कदम था जिसने वोट बैंक की परवाह न करते हुए, सीधे गरीब और वंचित वर्ग को लाभ पहुंचाया।
पिंक पेट्रोल और एंटी-रोमियो स्क्वॉड महिला सुरक्षा का कवच
यूपी की महिलाओं के लिए 'सुरक्षित' शब्द का मतलब बदल गया है। 'बहन-बेटी बचाओ' का नारा अब हकीकत बन चुका है। योगी सरकार ने एंटी-रोमियो स्क्वॉड्स को फिर से सक्रिय किया। टीमों की संख्या 7500+ कांस्टेबल हर जिले में तैनात। पिंक पेट्रोल 1000+ यूनिट्स और 1500 पिंक बूथ बनाए गए। इंडिया टाइम्स, 30 नवंबर। इन कार्रवाइयों का असर इंडियन एक्सप्रेस 1 सितंबर में प्रकाशित हुआ।
शोहदों पर एक्शन: 79771 से अधिक आरोपियों पर कार्रवाई।
परिणाम: महिलाओं से संबंधित शिकायतों में 60% की कमी दर्ज की गई।महिलाएं अब सड़कों पर मुस्कुरा रही हैं- यह बदलाव किसी भी डेटा से ज्यादा शक्तिशाली है।
क्यों घबराता है विपक्ष? विपक्ष- समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस- योगी के इस 'बुलडोजर मॉडल' से सबसे ज्यादा घबराते हैं। द प्रिंट 17 जून की रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी वजह साफ है यह मॉडल उस माफिया तंत्र को कुचलता है जो दशकों से उनके 'वोट बैंक' का हिस्सा था। अखिलेश यादव इसे 'फर्जी एनकाउंटर' कहते हैं, लेकिन अपराध दर की गिरावट उनके आरोपों को कमजोर कर देती है।
आलोचक कहते हैं कि यह 'ऑथोरिटेरियन' मॉडल है, लेकिन जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर रही है, जो लोकतंत्र में अंतिम सत्य है। कानून-व्यवस्था के इस मॉडल ने 2017 और 2022 दोनों विधानसभा चुनावों में बीजेपी को प्रचंड जीत दिलाई, जो इस बात का सबूत है कि कानून-व्यवस्था अब एक चुनावी मुद्दा बन चुकी है।
मिथक या हकीकत? 'UP अब सुरक्षित'—यह सिर्फ एक मिथक नहीं, बल्कि आंकड़ों और जनता के अनुभव पर आधारित हकीकत है। एनकाउंटरों ने अपराध रोका, बुलडोजर ने ज़मीन लौटाई, फर्जी राशन कार्ड रद्द होने से गरीबों को ताकत मिली, और पिंक टीमों ने महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराया।
यह योगी मॉडल सिर्फ कानून-व्यवस्था का बदलाव नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की एक क्रांति है, जो उत्तर प्रदेश की राजनीति का समीकरण बदल चुकी है। 2027 में क्या होगा? समय बताएगा, लेकिन डेटा और ज़मीन पर बदलाव की गूंज यह बताती है कि इस मॉडल को हराना विपक्ष के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।


