Namo Bharat Train: गुरुग्राम–फरीदाबाद– नोएडा के बीच 61.5 किमी का होगा रूट
डीपीआर तैयार, अप्रैल 2026 से शुरू होगा निर्माण, 2031 में चार लाख यात्रियों को मिलेगा लाभ
Namo Bharat Photograph: (Google)नोएडा, वाईबीएन डेस्क। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच प्रस्तावित नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली है। इस पूरे कॉरिडोर के निर्माण पर 15,745 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। प्रोजेक्ट का निर्माण अप्रैल, 2026 से शुरू करने की योजना है। डीपीआर के मुताबिक करीब 61.5 किमी लंबे इस रूट में कुल 6 स्टेशन होंगे। इनमें से दो स्टेशन गुरुग्राम में, दो फरीदाबाद में और नोएडा व ग्रेटर नोएडा में एक - एक स्टेशन बनाया जाएगा।
कैसा होगा नमो भारत ट्रेन का पूरा रूट?
NCRTC के अनुसार नमो भारत ट्रेन का यह कॉरिडोर गुरुग्राम के इफ्को चौक से शुरू होगा। यहां से यह मिलेनियम सिटी सेंटर, डॉ. बीआर अंबेडकर मार्ग और ब्रिगेडियर उस्मान चौक से अरावली पर्वतमाला से गुजरते हुए गुरुग्राम- फरीदाबाद रोड पर ग्वाल पहाड़ी तक पहुंचेगी। इसके बाद रूट फरीदाबाद के हनुमान मंदिर, बड़खल एन्क्लेव, शहीद भगत सिंह मार्ग होते हुए बाटा चौक तक जाएगा। यहां से ट्रेन दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे और आगरा कैनाल को पार करते हुए सेक्टर 85–86 चौक (अमोलिक चौक) तक पहुंचेगी। फिर यह कॉरिडोर अमृता अस्पताल, फरीदाबाद–नोएडा–गुरुग्राम एक्सप्रेसवे और यमुना नदी पार करते हुए नोएडा सेक्टर-168 तक पहुंचेगा। इसके बाद यह ट्रेन एक्वा लाइन के ऊपर से गुजरते हुए हिंडन नदी पार कर ग्रेटर नोएडा में एंट्री करेगी और अंत में सूरजपुर स्टेशन पर समाप्त होगी।
दो स्टेशनों के बीच यह होगा सबसे लंबा सेक्शन
सबसे लंबा सेक्शन सेक्टर-54 से बाटा चौक के बीच लगभग 25 किलोमीटर होगा, जबकि सबसे छोटा सेक्शन इफ्को चौक-सेक्टर 54 और नोएडा- सूरजपुर के बीच करीब 7.5 किमी रहेगा। इस कॉरिडोर के सभी छहों स्टेशन- इफ्को चौक, सेक्टर-54, बाटा चौक, सेक्टर 85–86, सेक्टर 142–168 और सूरजपुर पूरी तरह से एलिवेटेड बनाए जाएंगे, ताकि शहरों के व्यस्त हिस्सों में यातायात प्रभावित न हो।
यात्रियों का अनुमान: 2031 में 3.84 लाख, 2054 में 8.53 लाख
DPR के अनुसार 2031 तक इस रूट पर प्रतिदिन 3.84 लाख यात्री सफर करेंगे, जबकि 2054 तक यह संख्या बढ़कर 8.53 लाख हो जाएगी। शुरुआती चरण में छह कोच वाली दस ट्रेनें चलाए जाने की योजना है, जिनमें एक समय में 1,928 यात्री यात्रा कर सकेंगे। इनमें 408 सीटें होंगी।
जमीन की जरूरत और लागत
डीपीआर के मुताबिक इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 75 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी, जिसमें 41.80 हेक्टेयर निजी और 33.71 हेक्टेयर सरकारी जमीन शामिल है। एनसीआरटीसी के मुताबिक जमीन अधिग्रहण में लगभग 1,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नमो भारत ट्रेन को 220 kV क्षमता के तीन पावर सबस्टेशन से विद्युत आपूर्ति मिलेगी।
पेड़ों की कटाई और पर्यावरणीय प्रभाव
रूट निर्माण के लिए 5,655 पेड़ों को काटना पड़ेगा। बदले में एनसीआरटीसी की 56,550 पौधे लगाने की योजना है। इस प्रक्रिया पर लगभग 25 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। रूट का 18.2 किलोमीटर हिस्सा अरावली पर्वतमाला से होकर गुजरेगा, जिसके लिए पर्यावरणीय अनुमति और विशेष निर्माण तकनीकों की जरूरत होगी। NCRTC का मानना है कि यह प्रोजेक्ट दिल्ली-NCR की कनेक्टिविटी को एक नए स्तर पर ले जाएगा और गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा को और तेज, आरामदायक और समय बचाने वाला बना देगा।

