सर्दियों में वरदान है अजवाइन, गुणों से भरपूर प्राकृतिक औषधि
सर्दियों में पाचन और श्वसन संबंधी समस्याओं के बढ़ने के साथ, रसोई की औषधि अजवाइन एक रामबाण इलाज साबित हो सकती है। इसकी गर्म तासीर इसे ठंड के मौसम के लिए आदर्श बनाती है।

नई दिल्ली। सर्दियों में पाचन और श्वसन संबंधी समस्याओं के बढ़ने के साथ, रसोई की औषधि अजवाइन एक रामबाण इलाज साबित हो सकती है। इसकी गर्म तासीर इसे ठंड के मौसम के लिए आदर्श बनाती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि अजवाइन में मौजूद 'थाइमोल' नामक तत्व अपच, गैस और पेट दर्द में तुरंत राहत देता है, क्योंकि यह पाचक रसों को उत्तेजित करता है। वहीं, सर्दी-खांसी और बलगम (कफ) के लिए, अजवाइन का काढ़ा या गर्म पानी में डालकर भाप लेना फेफड़ों से जमाव को साफ करता है और सांस लेने में आसानी प्रदान करता है। इसे रोज़ाना चबाने या अजवाइन का पानी पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
भारतीय रसोई में मौजूद अजवाइन
मालूम हो कि सर्दी-खांसी, गैस, पेट दर्द, जोड़ों का दर्द और पीरियड्स के दौरान तेज दर्द की परेशानी... ये सभी समस्याएं सर्दियों में आम हो जाती हैं। भारतीय रसोई में मौजूद अजवाइन इन सबके लिए रामबाण साबित हो सकता है।
प्राकृतिक औषधि
आयुर्वेद और आधुनिक शोध दोनों अजवाइन को गुणों से भरपूर प्राकृतिक औषधि मानते हैं। अजवाइन में मुख्य रूप से थाइमोल नामक तत्व 40-50 प्रतिशत तक पाया जाता है, जो एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा, इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे खनिज और ओमेगा-9 फैटी एसिड भी मौजूद होते हैं, जो इसे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सभी के लिए फायदेमंद बनाते हैं।
औषधि का दर्जा
आयुर्वेद में अजवाइन को औषधि का दर्जा प्राप्त है। इसके सेवन के तरीके भी बताए गए हैं। सर्दियों में गैस या पेट दर्द की समस्या हो तो एक चम्मच अजवाइन को हल्का भून लें, चुटकी भर काला नमक मिलाकर उसे चबाएं। 10-15 मिनट में ही पेट फूलना, ऐंठन और गैस की समस्या दूर हो जाती है। गैस और पेट दर्द के साथ ही यह सर्दी-खांसी और बंद नाक में भी राहत देता है। उबलते पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर भाप लें। थाइमोल की भाप साइनस खोलती है और बलगम को पिघलाती है।
पीरियड्स के दौरान
पीरियड्स के दौरान होने वाले तेज दर्द, ऐंठन से राहत दिलाने में भी अजवाइन कारगर है। आधा चम्मच अजवाइन को एक कप पानी में 5-7 मिनट उबालें, थोड़ा गुड़ मिलाकर गर्म-गर्म पिएं। वहीं, भुनी अजवाइन को पीसकर उसमें सेंधा नमक मिलाएं। भोजन के बाद चुटकी भर लेने से एसिडिटी, भारीपन और अपच की समस्या दूर होती है। जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों की जकड़न की समस्या से भी अजवाइन राहत देता है। इसे तवे पर गर्म करके कपड़े में बांध लें और दर्द वाली जगह पर हल्के हाथ से सेकें। थाइमोल त्वचा के जरिए सूजन और दर्द कम करता है।
डॉक्टर की सलाह
अजवाइन का सेवन बेहद लाभदायी है। यह बिना किसी साइड इफेक्ट के बड़ी-बड़ी परेशानियों से बचाने में मददगार है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि अजवाइन की तासीर गर्म होती है। ऐसे में सावधानी भी जरूरी है। गर्भवती महिलाओं और पाइल्स के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बिना अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"


