हर महीने होने वाले पीरियड्स की दर्द या ऐंठन में सौंफ का प्राकृतिक आराम!
हर महीने होने वाले पीरियड्स के दर्द और ऐंठन से राहत के लिए जरूरी नहीं कि हर बार दवा ली जाए। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधि हैं, जो इन समस्याओं में राहत देते हैं। सौंफ किसी औषधि से कम नहीं।

नई दिल्ली। वैज्ञानिकों और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, पीरियड्स के दौरान होने वाले तेज़ दर्द और ऐंठन में सौंफ बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण पाए जाते हैं, जो गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देकर दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
पीरियड्स के दर्द और ऐंठन
हर महीने होने वाले पीरियड्स के दर्द और ऐंठन से राहत के लिए जरूरी नहीं कि हर बार दवा ली जाए। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधि हैं, जो इन समस्याओं में राहत देते हैं। रसोई में पाई जाने वाली सौंफ भी किसी औषधि से कम नहीं। कई अध्ययनों से पता चला है कि सौंफ का अर्क या इसकी चाय दर्द निवारक दवा आईबुप्रोफेन जितना ही प्रभावी हो सकती है। यह गैस और अपच जैसी समस्याओं से भी राहत देती है, जो अक्सर मासिक धर्म के समय होती हैं। विशेषज्ञ पीरियड्स से कुछ दिन पहले से सौंफ का पानी या चाय पीने की सलाह देते हैं ताकि हार्मोनल संतुलन बना रहे।
आयुर्वेद त्रिदोष नाशक
खाने के बाद ली जाने वाली सौंफ को आयुर्वेद त्रिदोष नाशक (वात-पित्त-कफ तीनों को संतुलित करने वाला) और ठंडी तासीर वाली शक्तिशाली औषधि मानता है। रोजाना थोड़ी सी सौंफ खाने से पाचन से लेकर पीरियड्स, आंखों की रोशनी और त्वचा की चमक तक सब सुधर जाता है। सबसे खास बात है कि सौंफ पीरियड्स नियमित करती है। गुड़ के साथ सौंफ खाने से पीरियड्स समय पर और बिना दर्द आते हैं। वहीं, ऐंठन में भी राहत मिलती है। आयुर्वेद में बताया गया है कि सौंफ के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ लिए जा सकते हैं। खाने के बाद सौंफ, जीरा और काला नमक का चूर्ण लेने से पेट हल्का रहता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे कब्ज, गैस, अपच की समस्या दूर होती है। एक चम्मच सौंफ दो कप पानी में उबालकर दिन में 2-3 बार पीने से कफ निकलता है, जिससे खांसी-अस्थमा में राहत मिलती है। जिन लोगों की आंखें कमजोर हैं, उनके लिए भी सौंफ फायदेमंद है। सौंफ और मिश्री बराबर मात्रा में पीसकर सुबह-शाम एक चम्मच पानी के साथ लेने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
सौंफ फायदेमंद
बादाम, सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में पीसकर रोज भोजन के बाद एक चम्मच लेने से याददाश्त तेज होती है। पेट की गर्मी से होने वाले मुंह के छाले को भी ठीक करने में मददगार है। सौंफ का पानी उबालकर, फिटकरी मिलाकर दिन में 3-4 बार कुल्ला करना चाहिए। सौंफ चबाने से खून साफ होता है और त्वचा की चमक बढ़ती है। खाने के 30 से 40 मिनट बाद एक चम्मच सौंफ चबाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल
आयुर्वेद कहता है कि सौंफ जठराग्नि को कभी कमजोर नहीं करती, बल्कि पाचन को तेज और शरीर को ठंडक देती है। रोजाना थोड़ी सी सौंफ खाने से लीवर स्वस्थ रहता है, पेट साफ रहता है और त्वचा में निखार आता है। हालांकि, सेवन से पहले किसी वैद्य से सलाह जरूर लें।
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"


