तनाव और चिंता को अलविदा: त्रिकोणासन से पाएं स्वस्थ जीवनशैली
भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता एक बड़ी चुनौती है। योग विशेषज्ञ नियमित त्रिकोणासन को इससे मुक्ति पाने का एक सरल और प्रभावी माध्यम बताते हैं। यह आसन पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को सक्रिय करता है।

मुंबई। भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता एक बड़ी चुनौती है। योग विशेषज्ञ नियमित त्रिकोणासन को इससे मुक्ति पाने का एक सरल और प्रभावी माध्यम बताते हैं। आयुष मंत्रालय के अनुसार, त्रिकोणासन एक ऐसा योगासन है जो शरीर को लचीला, संतुलित और शक्तिशाली बनाता है। साथ ही, यह पाचन को बेहतर बनाता है और कमर व जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
मानसिक शांति:
यह आसन पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को सक्रिय करता है, जिससे दिमाग शांत होता है और तनाव के हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर कम होता है।आज के समय में सेहतमंद और अच्छे शरीर की चाह हर कोई रखता है, लेकिन व्यस्त दिनचर्या के चलते ऐसा होना लोगों के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। 'त्रिकोणासन' एक ऐसा योगासन है जिसे कम समय में किया जा सकता है और जिसको करने से कई सारे लाभ भी मिलते हैं।
शारीरिक लाभ:
इसे करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है, कमर और पीठ दर्द में राहत मिलती है। साथ ही, यह पाचन तंत्र को मजबूत कर गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं को भी दूर करता है। इस योगासन को नियमित करने से मांसपेशियां लचीली होती हैं और रक्त संचार बेहतर होता है। रोजाना अभ्यास करने से शरीर को दाएं और बाएं तरफ स्ट्रेच मिलता है, जिससे पीठ, हाथों और पैरों की मांसपेशियों की सक्रियता बढ़ती है।
त्रिकोणासन करने की प्रक्रिया
इसको करने के लिए योगा मैट पर दोनों पैरों को 3 से 4 फीट की दूरी पर फैलाएं। दाएं पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर घुमाएं और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर मोड़ें। अब दोनों हाथों के कंधों को सीधे फैलाएं और अपनी हथेलियों को नीचे की ओर रखें। धीरे-धीरे दाईं ओर झुकें और दाहिने हाथ से दाएं पैर या टखने को छूने का प्रयास करें। बायां हाथ सीधा ऊपर की ओर रखें। इस स्थिति में 20 से 30 सेकंड तक रहें। सांस सामान्य रखें। फिर धीरे से ताड़ासन में वापस आएं। इसी प्रक्रिया को बाईं ओर दोहराएं।
संपूर्ण स्वास्थ्य:
त्रिकोणासन पूरे शरीर की मांसपेशियों को मजबूत और टोंड बनाकर एकाग्रता बढ़ाता है। यह आसन न केवल शारीरिक संतुलन, बल्कि मानसिक स्थिरता भी प्रदान करता है, जिससे एक हेल्दी लाइफस्टाइल मिलती है।नियमित रूप से 5-10 मिनट त्रिकोणासन का अभ्यास कर आप बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पा सकते हैं।इसे करते समय हाथ, पैर और रीढ़ एक त्रिकोण बनाते हैं, और यह तनाव कम करने में भी मददगार है, लेकिन स्लिप डिस्क या साइटिका जैसी स्थितियों में सावधानी बरतनी चाहिए। त्रिकोणासन एक ऐसी अभ्यास क्रिया है जिसके नियमित अभ्यास से वजन नियंत्रित होता है। साथ ही, तनाव और चिंता भी कम होती है, यह साथ ही संतुलन और एकाग्रता में भी वृद्धि करता है।
त्रिकोणासन के नियमित अभ्यास से शरीर की एनर्जी बढ़ती है। हालांकि, इसके अभ्यास में कई सावधानी भी बरतने की सलाह दी जाती है।


